Harsh Sanghvi News: जानिए उनका गुजरात के Deputy CM बनने का राज, विभाग, राजनीति और असर — अभी पढ़ें और अपडेट रहें
गुजरात की राजनीति में बड़ा बदलाव आया है। 17 अक्टूबर 2025 को सूरत के माजुरा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार चुने गए विधायक हर्ष सांघवी ने राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। महज 40 साल की उम्र में यह जिम्मेदारी संभालकर वे गुजरात के इतिहास में सबसे युवा डिप्टी सीएम बने। गांधीनगर के महात्मा मंदिर में हुए शपथ ग्रहण में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने उन्हें और 25 अन्य मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में पहली बार उपमुख्यमंत्री पद को चार साल बाद पुनर्जीवित किया गया। इस विस्तार में 19 नए चेहरे शामिल हुए, जबकि छह पुराने मंत्रियों को रखा गया।
🎂 हर्ष सांघवी का जन्म 8 जनवरी 1985 को सूरत के एक हीरा व्यापारी परिवार में हुआ। उनके पिता रमेशकुमार सांघवी और मां देवेंद्रबेन सांघवी का परिवार कारोबार से जुड़ा था, राजनीति से नहीं। उन्होंने सिर्फ आठवीं तक पढ़ाई की, लेकिन उनकी राजनीतिक समझ और सामाजिक सक्रियता उन्हें अलग बनाती है। पत्नी प्राचीबेन सांघवी गृहिणी हैं, और उनके दो बच्चे हैं: आरुष और निरवा। परिवार की कुल संपत्ति लगभग 17.42 करोड़ रुपये है, जिसमें चल-अचल संपत्तियां शामिल हैं।
🏛️ राजनीति में उनका प्रवेश सबसे रोचक रहा। महज 15 साल की उम्र में वे समाजसेवा के जरिए जुड़े। भाजपा की युवा शाखा युवा मोर्चा में काम करते हुए उन्होंने देशभर की यात्राएं कीं और युवाओं को जोड़ा। उनकी संगठन क्षमता से वे भाजयुमो के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और महासचिव बने। खासकर 2014 के लोकसभा चुनाव में, जब नरेंद्र मोदी वाराणसी से लड़ रहे थे, तब हर्ष ने अहम भूमिका निभाई। इससे उन्हें मोदी और अमित शाह का विश्वास मिला।
🗳️ 2012 में पहली बार माजुरा सीट से चुनाव लड़कर वे 27 साल की उम्र में गुजरात के सबसे युवा विधायक बने। रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की, राज्य में चौथे नंबर पर रहे। 2017 और 2022 में भी सीट बरकरार रखी। 2022 में AAP के पीवीएस शर्मा को 1.16 लाख से ज्यादा वोटों से हराया।
🏆 सितंबर 2021 में उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया, गृह विभाग सौंपा। 36 साल में सबसे युवा गृह राज्य मंत्री बने। आमतौर पर वरिष्ठों को मिलने वाला यह पद उनकी सूझबूझ से मिला। पुलिस का आधुनिकीकरण किया, कानून-व्यवस्था मजबूत की। रांदर में बांग्लादेशी घुसपैठियों पर बुलडोजर एक्शन और ड्रग तस्करी के केस उजागर करना उनकी बड़ी कामयाबियां रहीं।
🚀 इसके अलावा परिवहन, खेल, युवा सेवाएं, उद्योग, सांस्कृतिक गतिविधियां, सीमा सुरक्षा, जेल और नागरिक सुरक्षा जैसे विभाग भी संभाले। परिवहन मंत्री के तौर पर आठ शहरों में लॉजिस्टिक्स मास्टर प्लान बनाया, सूरत में 42 प्रीमियम बसें शुरू कीं। खेल में 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की बोली में गुजरात का नेतृत्व किया। क्लीन तापी अभियान में खुद नदी सफाई में शामिल हुए, पर्यावरण जागरूकता बढ़ाई।
👥 उनकी लोकप्रियता का राज युवाओं से जुड़ाव है। 28वें जन्मदिन पर तेरापंथ भवन में बड़ा रोजगार मेला लगाया, हजारों को नौकरियां मिलीं। कोरोना में माजुरा मित्र मंडल से जरूरतमंदों को भोजन, पानी, दवाएं पहुंचाईं। गरीबों की हार्ट सर्जरी में मदद, आदिवासी इलाकों में सिकल सेल एनीमिया के कैंप लगाना उनकी सामाजिक पहचान है।
📋 अब उपमुख्यमंत्री के रूप में गृह, पुलिस, आवास, जेल, सीमा सुरक्षा, ग्राम रक्षक दल, नागरिक सुरक्षा, निषेध और आबकारी, परिवहन, कानून और न्याय, खेल व युवा सेवाओं जैसे विभाग हैं। यह दर्शाता है उनकी बहुमुखी क्षमता और सरकार में महत्व। पद चार साल बाद बहाल हुआ, वे छठे डिप्टी सीएम हैं। पहले चिमनभाई पटेल (1972), कांतिलाल घिया, नरहरि अमीन (1994), नितिन पटेल (2016-2021) रहे।
🔍 गुजरात राजनीति में उनकी नियुक्ति भाजपा की रणनीति मानी जा रही। 2027 चुनाव से दो साल पहले यह फेरबदल युवा नेतृत्व को बढ़ावा और क्षेत्रीय संतुलन के लिए है। दक्षिण गुजरात, खासकर सूरत जैसे आर्थिक केंद्र का प्रतिनिधित्व कर वे नीति निर्माण में मजबूती लाएंगे। विश्लेषक मानते हैं कि मोदी-शाह के करीबी हर्ष को भविष्य का मुख्यमंत्री तैयार किया जा रहा।
⚖️ नए मंत्रिमंडल में जातीय-क्षेत्रीय संतुलन रखा गया। कैबिनेट में सात पाटीदार, आठ ओबीसी, चार अनुसूचित जनजाति, तीन अनुसूचित जाति और तीन महिला मंत्री हैं। हर्ष जैन समुदाय से हैं, जो व्यापारी वर्ग का प्रतिनिधित्व करते। उनकी नियुक्ति से भाजपा इस समुदाय में पकड़ मजबूत करेगी। क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा को शिक्षा मंत्रालय, कांग्रेस से आए अर्जुन मोढवाडिया को कैबिनेट में जगह मिलना रणनीति का हिस्सा है।
📣 Harsh Sanghvi ताजा खबर के मुताबिक, नियुक्ति पर राज्यभर में सकारात्मक प्रतिक्रिया है। युवा वर्ग खास उत्साहित, क्योंकि वे युवा नेतृत्व का चेहरा हैं। सोशल मीडिया पर बधाइयां आईं, उम्मीद है कि वे गुजरात के विकास को नई ऊंचाई देंगी। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समारोह में शामिल हुए, जो महत्व दर्शाता है।
⚔️ गुजरात डिप्टी CM के तौर पर चुनौतियां भी हैं। कानून-व्यवस्था बनाए रखना, औद्योगिक विकास बढ़ाना, युवाओं को रोजगार, 2027 चुनाव से पहले भाजपा की छवि मजबूत करना प्राथमिकताएं होंगी। सीमा सुरक्षा और घुसपैठ पर सख्ती उन्हें मजबूत प्रशासक बनाती है, लेकिन अब सभी क्षेत्रों में संतुलन बनाना होगा।
🌟 हर्ष सांघवी की कहानी प्रेरक है—साधारण परिवार से मेहनत, समर्पण और जनसेवा से राजनीति के शिखर तक। बिना विरासत के 15 साल की उम्र में कदम रखा, योग्यता से सबका दिल जीता। गुजरातवासी उम्मीद करते हैं कि वे राज्य को नई ऊर्जा देंगे। उनकी नियुक्ति युवा नेतृत्व को प्राथमिकता और अनुभव-ऊर्जा के संतुलन का संकेत है।
