म्यांमार के स्कैम फार्म में फंसे हांगकांग के युवाओं की दर्दनाक कहानी 🕳️
हांगकांग में सुरक्षित जीवन जीने वाली नैन्सी ने कभी नहीं सोचा था कि विदेश में नौकरी का सपना उसे म्यांमार के एक स्कैम फार्म में मजबूरी और दर्द की जिंदगी की ओर ले जाएगा। यह भयावह अनुभव करीब छह महीने तक चला, जब तक वह अपने परिवार के पास वापस नहीं लौट पाई। [SCMP]
एससीएमपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नैन्सी ने बताया, “मैंने ऐसी जिंदगी जी, जो मौत से भी बदतर थी। सिर्फ अपनी इच्छाशक्ति से मैं जीवित रही।” बीस के दशक में उम्र की नैन्सी उन हजारों लोगों में से एक थीं, जो जल्दी पैसा कमाने के लालच में फंस गए। एक “दोस्त” ने उन्हें थाईलैंड में क्रॉस-बॉर्डर खरीदारी का काम दिलाने का वादा किया था।
स्कैम फार्म का काला सच 😱
थाईलैंड पहुंचने के बजाय, नैन्सी को म्यांमार के एक सुदूर इलाके में स्थित स्कैम फार्म में ले जाया गया। वहां उनका मुख्य काम अमीर अमेरिकी बुजुर्गों को ऑनलाइन फर्जी रोमांस और निवेश योजनाओं के जरिए ठगना था।
नैन्सी के साथ एरिक भी कुछ महीनों तक इस जाल में फंसे रहे। एससीएमपी के अनुसार, उनका कार्यदिवस रात 10 बजे से सुबह 7 बजे तक चलता था, और कई बार यह 18 घंटे तक खिंच जाता था। उन्हें चार मोबाइल फोन और एक कंप्यूटर दिया गया, जिसके जरिए वे टिंडर और टिकटॉक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर संभावित शिकारों से संपर्क करते थे।
काम का ढांचा और प्रलोभन 💸
नए कर्मचारियों को संपर्क स्थापित करने और संभावित शिकार तैयार करने की जिम्मेदारी दी जाती थी, जबकि अनुभवी लोग वास्तविक ठगी करते थे। सफल होने पर उन्हें प्रमोशन और बोनस मिलता था। उदाहरण के लिए, किसी को 10,000 डॉलर ठगने पर 10,000 युआन का बोनस दिया जाता था। लेकिन नैन्सी के लिए सफलता और नैतिकता के बीच का द्वंद्व हमेशा बना रहा।
क्रूर सजाएं और अमानवीय हालात 😢
स्कैम फार्म के हालात बेहद क्रूर थे। नैन्सी ने एससीएमपी को बताया कि एक व्यक्ति, जिसकी एक टांग कृत्रिम थी, को सजा के तौर पर पीटा गया और उसने अपनी टांग खो दी। अन्य सजाओं में मारपीट, बिजली का झटका, या काले भालू के साथ कमरे में रात बिताने जैसी यातनाएं शामिल थीं। नैन्सी को भी एक बार हाथों से लटकाया गया था, जिससे उनके पैरों का संपर्क फर्श से लगभग खत्म हो गया था।
मुक्ति की कठिन राह 🚶♀️
स्कैम फार्म छोड़ना भी आसान नहीं था। एरिक को रिहा करने के लिए उनके परिवार ने 200,000 हांगकांग डॉलर की फिरौती दी। एससीएमपी के अनुसार, थाईलैंड पहुंचने के लिए उन्हें दो दिनों की कठिन यात्रा करनी पड़ी, जिसमें अंधेरे में बिना दिशा के चलते हुए नदियों को पार करना शामिल था।
हालांकि नैन्सी और एरिक शारीरिक रूप से मुक्त हो गए, लेकिन मानसिक और भावनात्मक आघात अभी भी उनके साथ है। नैन्सी ने कहा कि वह इस अनुभव को साझा करने से कतराती हैं, क्योंकि वह नहीं चाहतीं कि लोग उन्हें अजनबी नजरों से देखें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न ❓
म्यांमार के स्कैम फार्म में कितने लोग फंसे हुए हैं?
एससीएमपी के अनुसार, जब नैन्सी और एरिक वहां से भागे, तब लगभग 8,000 लोग उस केंद्र में फंसे हुए थे।
क्या इन धोखाधड़ी केंद्रों में केवल हांगकांग के लोग फंसे होते हैं?
नहीं, इन केंद्रों में हांगकांग के अलावा चीन, ताइवान, मलेशिया और अन्य देशों के लोग भी फंसे हुए हैं।
इन केंद्रों में काम करने वालों को क्या सजा दी जाती है?
काम पूरा नहीं करने पर उन्हें शारीरिक यातनाएं जैसे बिजली के झटके, पिटाई, और कभी-कभी मानसिक यातनाएं दी जाती हैं।
