🌐 शेयर बाजार में भूकंप: Dow 879 अंक धराशायी, ट्रम्प की चीन पर 100% टैक्स धमकी से अमेरिकी बाजार में तबाही
अमेरिकी शेयर बाजार में शुक्रवार को भयानक गिरावट देखने को मिली जब राष्ट्रपति ट्रम्प ने चीन के खिलाफ व्यापारिक युद्ध की धमकी दी। शेयर बाजार 800 अंक से भी ज्यादा गिरा और तमाम प्रमुख सूचकांक अप्रैल के बाद अपनी सबसे बुरी स्थिति में पहुंच गए। ट्रम्प ने चीन पर 100% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा करके वॉल स्ट्रीट में तहलका मचा दिया है। ⚠️
Dow गिरावट की शुरुआत तब हुई जब ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर पोस्ट करके चीन पर गंभीर आरोप लगाए। राष्ट्रपति ने कहा कि चीन ने रेयर अर्थ मिनरल्स के निर्यात पर नए प्रतिबंध लगाकर “असाधारण रूप से आक्रामक” रुख अपनाया है।
ये खनिज स्मार्टफोन से लेकर फाइटर जेट तक उपयोग होते हैं, और चीन के पास इनका ~90% उत्पादन है।
📉 बाज़ार का संक्षिप्त हाल
शेयर बाजार बुरा दिन का मंजर था: Dow Jones Industrial Average 879 अंक (1.9%) गिरकर 45,479.60 पर बंद हुआ। S&P 500 में 2.7% की गिरावट देखी गई और Nasdaq में 3.6% की भारी बिकवाली आई और यह 22,204.43 पर बंद हुआ। 📉
🧾 टेक कंपनियों पर असर
चीन टैक्स धमकी का प्रभाव तुरंत दिखा जब बड़ी टेक कंपनियों के शेयर धड़ाम से गिरे। Nvidia के शेयर ~5% तक गिरे, जबकि Tesla, Amazon और Advanced Micro Devices भी 2% से ज्यादा नीचे चले गए — ये कंपनियां चीन पर अपनी मैन्यूफैक्चरिंग और बिक्री के लिए निर्भर हैं। 💻
🔔 ट्रम्प की घोषणा और आगे की तारीख
बाजार बंद होने के बाद ट्रम्प ने कहा कि 1 नवंबर 2025 से या उससे भी जल्दी, अमेरिका चीन से आने वाले सभी सामान पर 100% अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा — यह उन टैरिफ के अतिरिक्त होगा जो पहले से मौजूद हैं। साथ ही अमेरिका ने कुछ सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट पर पाबंदियाँ लगाने की बात कही।
⛏️ रेयर अर्थ और चीन की नीति
चीन ने निर्यात नियंत्रण और सख्ती बढ़ा दी है — अब कुछ उत्पादों या उपकरणों के लिए लाइसेंस आवश्यक है और रक्षा-उपयोग हेतु अधिकांश लाइसेंस अस्वीकार किए जा सकते हैं। इन नियमों के प्रभाव से वैश्विक सप्लाई चेन प्रभावित हो सकती है। 🧭
🛢️ ऊर्जा, VIX और सुरक्षित आश्रय
VIX — वॉल स्ट्रीट का डर गेज — लगभग 32% बढ़कर 22 के स्तर पर पहुंच गया। WTI क्रूड ऑयल ~4.2% गिरकर $58.20 प्रति बैरल और Brent ~3.8% गिरकर $62.73 पर बंद हुआ। निवेशक सुरक्षित संपत्तियों की ओर बढ़े — ट्रेजरी बॉन्ड और कीमती धातुएँ जैसी। 🛡️
🏭 चीनी कंपनियों और सेमीकंडक्टर पर प्रभाव
Alibaba, JD.com और PDD Holdings जैसे चीनी शेयर 3%-6% तक गिरे। Qualcomm के खिलाफ चीन में एंटीट्रस्ट जांच ने भी दबाव बढ़ाया — फिलाडेल्फिया सेमीकंडक्टर इंडेक्स में ~6.3% की बड़ी गिरावट देखी गई।
AMD के शेयर 6% से अधिक गिरे, और अन्य चिप निर्माता भी भारी दबाव में रहे — सेमीकंडक्टर सेक्टर अमेरिका-चीन तनाव के लिए संवेदनशील माना जाता है। 🔋
📈 अमेरिकी रेयर अर्थ माइनिंग कंपनियों को फायदा
उसी समय, अमेरिकी रेयर अर्थ माइनिंग कंपनियों के शेयर बढ़े — उदाहरण के लिए MP Materials और USA Rare Earth 8%-15% ऊपर आए क्योंकि निवेशक वैकल्पिक सप्लायर तलाश रहे हैं। ⛏️
🏦 आगामी घटनाक्रम और शटडाउन
आने वाले सप्ताह में कमाई का सीजन शुरू हो रहा है, जहाँ JPMorgan Chase जैसे बड़े बैंक अपने नतीजे पेश करेंगे — विश्लेषकों का कहना है कि टैरिफ से कंपनियों की आमदनी पर दबाव पड़ सकता है। साथ ही अमेरिकी सरकारी शटडाउन 10वें दिन में है, जिससे आर्थिक डेटा रिलीज़ में देरी और अनिश्चितता बढ़ रही है।
🗣️ कूटनीति व APEC
ट्रम्प ने कहा कि वह दो सप्ताह बाद होने वाली APEC समिट में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने से इनकार कर सकते हैं — इससे द्विपक्षीय रिश्तों में और तनाव बढ़ने की संभावना है। 🌍
विश्लेषकों की राय
विशेषज्ञ मानते हैं कि 2018–19 के ट्रेड वार जैसा माहौल लौट सकता है। KKM Financial के संस्थापक ने कहा कि बाजार से लाभ लेने की प्रक्रिया तेज हो रही है और अनिश्चितता बढ़ी है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न: Dow कितना गिरा और क्यों? ❓
उत्तर: Dow Jones 879 अंक (1.9%) गिरकर 45,479.60 पर बंद हुआ। गिरावट का मुख्य कारण ट्रम्प की चीन पर 100% अतिरिक्त टैरिफ की धमकी और चीन के रेयर अर्थ नियम थे।
प्रश्न: S&P 500 की गिरावट कितनी थी? ❓
उत्तर: S&P 500 में 2.7% की गिरावट हुई — यह अप्रैल के बाद इसका सबसे खराब एक दिन रहा।
प्रश्न: Nasdaq sell-off का क्या कारण था? ❓
उत्तर: Nasdaq में 3.6% की गिरावट मुख्यतः टेक कंपनियों में भारी बिकवाली और चीन-से जुड़ी सप्लाई चिंताओं के कारण आई — Nvidia, Tesla और Amazon जैसी कंपनियों के शेयर नीचे गए।
प्रश्न: चीन टैक्स धमकी का बाजार पर क्या असर हुआ? ❓
उत्तर: VIX ~32% बढ़कर 22 पर पहुंचा, तेल की कीमतें ~4% गिरीं, और चीनी कंपनियों के शेयर 3–6% तक टूटे। निवेशक सुरक्षित आश्रयों की तलाश में हैं।
स्रोत: [reuters, washingtonpost, yahoo]
