टाटा कैपिटल IPO: GMP और Grey Market Premium की ताजा जानकारी
टाटा कैपिटल के IPO का Grey Market Premium (GMP) और सूचीकरण लाभ जानें। अभी निवेश का मौका न चूकें। 📈
टाटा ग्रुप की वित्तीय सेवा कंपनी टाटा कैपिटल का ₹15,511.87 करोड़ का IPO इस साल का सबसे बड़ा निवेश अवसर माना जा रहा है। निवेशकों में इसकी काफी चर्चा है, लेकिन GMP की स्थिति मिश्रित संकेत दे रही है।
8 अक्टूबर 2025 को IPO की सब्स्क्रिप्शन अवधि समाप्त हुई। तीन दिन में निवेशकों की प्रतिक्रिया अपेक्षा से कम रही, दूसरे दिन तक केवल 75% सब्स्क्रिप्शन मिला, जो टाटा ग्रुप की कंपनी के लिए कम है।
वर्तमान GMP की स्थिति
🔗 IPO और मार्केट से जुड़ी ज़रूरी जानकारियाँ
अगर आप IPOs, GMP ट्रेंड्स और मार्केट की मनोविज्ञान को बेहतर तरीके से समझना चाहते हैं, तो InvestKnow.io और Global Market Today के ये एक्सक्लूसिव गाइड्स और टूल्स ज़रूर देखें 👇
Grey Market Premium के मामले में टाटा कैपिटल का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। शुरुआत में GMP ₹12.50 प्रति शेयर था, जो अब घटकर ₹5-6 पर आ गया है। यह ₹326 के अपर प्राइस बैंड से मात्र 1.84% प्रीमियम दर्शाता है। 📉
विशेषज्ञों के अनुसार, कम GMP के तीन कारण हैं। पहला, LG Electronics India का ₹11,600 करोड़ का IPO, जिसने निवेशकों का ध्यान खींचा। दूसरा, कंपनी का वैल्यूएशन 4.2-4.3 गुना post-money पर महंगा माना जा रहा है। तीसरा, ग्रोथ स्टॉक्स के प्रति बाजार का सेंटिमेंट कमजोर है।
कंपनी की वित्तीय स्थिति और बिजनेस मॉडल
टाटा कैपिटल भारत की तीसरी सबसे बड़ी डायवर्सिफाइड NBFC है। इसका लोन बुक ₹2.33 लाख करोड़ है, जो 73 लाख ग्राहकों को सेवा देता है। FY25 में कुल आय 55.9% बढ़कर ₹28,370 करोड़ हो गई, जो FY24 के ₹18,198 करोड़ से अधिक है। 💼
कंपनी का मुख्य ध्यान रिटेल लेंडिंग पर है, जो इसके लोन बुक का 61% हिस्सा है। होम लोन, पर्सनल लोन, और SME फाइनांसिंग इसके प्रमुख सेगमेंट हैं। 98% लोन ₹1 करोड़ से कम के हैं, जो जोखिम को कम करता है।
एसेट क्वालिटी और जोखिम
टाटा कैपिटल की ग्रोथ प्रभावशाली है, लेकिन एसेट क्वालिटी में चुनौतियां हैं। FY25 में Gross NPA 2.33% हो गया, जो FY24 के 1.71% से अधिक है। Net NPA भी 0.98% हो गया, जो पिछले साल 0.38% था। ⚠️
फिर भी, 80% सिक्योर्ड लोन पोर्टफोलियो और मजबूत रिस्क मैनेजमेंट इसे अन्य NBFCs से बेहतर बनाता है। कंपनी ने फंडिंग कॉस्ट को 7.8% पर नियंत्रित रखा, जो उद्योग में सबसे कम है।
विश्लेषकों की राय और सिफारिशें
ज्यादातर ब्रोकरेज हाउसेज ने दीर्घकालिक निवेश के लिए ‘Subscribe’ की सलाह दी है। मेहता इक्विटीज के राजन शिंदे कहते हैं, “यह IPO भारत के वित्तीय सेवा क्षेत्र में निवेश का अवसर देता है। कंपनी का स्केल, डायवर्सिफिकेशन, और टाटा ब्रांड इसकी ताकत हैं।”
हालांकि, DevenChoksey Research ने ‘Neutral’ रेटिंग दी, क्योंकि Return on Assets अन्य NBFCs से कम है। फिर भी, 3.2x का P/B ratio, जो peers के 4x से कम है, इसे उचित मूल्य वाला बनाता है। 🧑💼
IPO की मुख्य जानकारी
IPO का प्राइस बैंड ₹310-326 प्रति शेयर था, जिसमें न्यूनतम 46 शेयरों का लॉट साइज था। इसमें ₹6,846 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ₹8,665.87 करोड़ का ऑफर फॉर सेल शामिल था। टाटा संस और इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन मुख्य शेयरहोल्डर थे।
9 अक्टूबर को शेयर आवंटन तय होने की उम्मीद है, और 13 अक्टूबर 2025 को शेयर BSE और NSE पर सूचीबद्ध होंगे। फ्रेश इश्यू की राशि Tier-1 पूंजी को मजबूत करने में उपयोग होगी।
कुल मिलाकर, टाटा कैपिटल का IPO एक मजबूत कंपनी का अवसर है, लेकिन कम GMP और मिश्रित सब्स्क्रिप्शन के कारण तत्काल लिस्टिंग लाभ सीमित हो सकते हैं। दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह आकर्षक हो सकता है।
प्रमुख प्रश्न और उत्तर
टाटा कैपिटल का GMP आज क्या है? ❓
वर्तमान में Grey Market Premium ₹5-6 प्रति शेयर है, जो अपर प्राइस बैंड से 1.84% प्रीमियम दर्शाता है।
क्या इस IPO में निवेश करना चाहिए? ❓
दीर्घकालिक निवेश के लिए यह अच्छा हो सकता है, लेकिन तत्काल लिस्टिंग लाभ सीमित हो सकते हैं।
IPO की लिस्टिंग तारीख कब है? ❓
शेयर्स 13 अक्टूबर 2025 को BSE और NSE पर सूचीबद्ध होंगे।
GMP कम क्यों है? ❓
LG Electronics IPO का प्रतिस्पर्धा, उच्च वैल्यूएशन, और ग्रोथ स्टॉक्स के प्रति कमजोर सेंटिमेंट मुख्य कारण हैं।
लिस्टिंग से कितना लाभ मिल सकता है? ❓
GMP के आधार पर 1-2% का मामूली लाभ संभव है, जो टाटा ग्रुप के लिए अपेक्षाकृत कम है।
