सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊँचाई पर

सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊँचाई पर हैं — Fed के रेट-कट के अनुमान और US-China व्यापार तनाव की वजह से आज सोना भाव 1.27 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंचा 📈

अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय बाजारों में सोने की कीमतें लगातार नए रिकॉर्ड स्तर छू रही हैं। बुधवार 15 अक्टूबर 2025 को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमत 1,27,500 रुपए प्रति 10 ग्राम के नए शिखर पर पहुंच गई है। यह लगातार तीसरा दिन है जब सोने ने नया रिकॉर्ड बनाया है।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी सोना नई ऊंचाइयों पर है। स्पॉट गोल्ड की कीमत 4,179.48 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। यू.एस. गोल्ड फ्यूचर्स भी 4,192.90 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहे हैं। इस साल अब तक सोने में 57% की शानदार वृद्धि हुई है।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर कटौती की उम्मीदें 💹

सोने की इस रिकॉर्ड तेजी के पीछे मुख्य कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व की आगामी ब्याज दर कटौती की बढ़ती संभावनाएं हैं। CME फेडवॉच टूल के अनुसार अक्टूबर की बैठक में 25 बेसिस पॉइंट की दर कटौती की 99% संभावना है और दिसंबर में भी इसी तरह की कटौती की 94% संभावना है। फेड चेयरमैन जेरोम पावेल ने संकेत दिया है कि केंद्रीय बैंक इस महीने के अंत में एक और क्वार्टर-पॉइंट कटौती करने के लिए तैयार है।

कम ब्याज दरें सोने जैसी गैर-आय देने वाली संपत्तियों के लिए फायदेमंद होती हैं क्योंकि इससे अवसर लागत कम हो जाती है। यू.एस. ट्रेजरी यील्ड भी हफ्तों के निम्नतम स्तर पर पहुंच गई है, जो सोने की मांग को और बढ़ावा दे रही है।

US-China व्यापार तनाव का प्रभाव 🌐

अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव भी सोने की कीमतों को आसमान पर पहुंचा रहे हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी आयात पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी दी है और 1 नवंबर से महत्वपूर्ण अमेरिकी सॉफ्टवेयर पर निर्यात नियंत्रण लागू करने की घोषणा की है। चीन ने भी दुर्लभ पृथ्वी सामग्री के निर्यात पर नए प्रतिबंध लगाए हैं।

ये व्यापार युद्ध की आशंकाएं निवेशकों को सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर धकेल रही हैं। जब भी भू-राजनीतिक अनिश्चितता बढ़ती है, तो सोने की मांग तेजी से बढ़ जाती है।

भारतीय बाजार में शहरवार सोने की कीमतें 🏙️

भारत के प्रमुख शहरों में 15 अक्टूबर 2025 को सोने की कीमतें इस प्रकार हैं।

  • दिल्ली में 24 कैरेट सोना 12,851 रुपए प्रति ग्राम है जबकि 22 कैरेट 11,781 रुपए प्रति ग्राम है।
  • मुंबई में 24 कैरेट सोना 12,836 रुपए प्रति ग्राम और 22 कैरेट 11,766 रुपए प्रति ग्राम पर उपलब्ध है।
  • चेन्नई में सोना सबसे महंगा है जहां 24 कैरेट 12,901 रुपए प्रति ग्राम मिल रहा है।
  • कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद और तिरुवनंतपुरम में 24 कैरेट सोना 12,836 रुपए प्रति ग्राम की समान दर पर मिल रहा है।

त्योहारी मौसम और डॉलर-रुपया विनिमय दर में उतार-चढ़ाव के कारण इन कीमतों में मामूली बढ़ोतरी देखी जा रही है।

चांदी भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर ⚪

सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतें भी नए रिकॉर्ड स्तर छू रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में स्पॉट सिल्वर 53.60 डॉलर प्रति औंस के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया है। भारत में चांदी की कीमत दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में 1,89,100 रुपए प्रति किलोग्राम है जबकि चेन्नई में यह 2,06,100 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है।

चांदी बाजार में तरलता की कमी और आपूर्ति की कमी के कारण कीमतों में तेज उछाल देखा जा जा रहा है। लंदन में सिल्वर मार्केट में लिक्विडिटी की समस्या के कारण वैश्विक स्तर पर धातु की तलाश बढ़ गई है।

केंद्रीय बैंकों की खरीदारी और ETF निवेश 🏦

सोने की मांग को बढ़ाने में केंद्रीय बैंकों की निरंतर खरीदारी और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) में मजबूत निवेश का बड़ा योगदान है। भारत और चीन जैसे देश आक्रामक तरीके से अपने सोने के भंडार बढ़ा रहे हैं। 2015 में भारत के पास 557.7 टन सोना था जो 2025 में बढ़कर 880 टन हो चुका है।

निवेशक आर्थिक अनिश्चितता के दौर में सोने को सुरक्षित हेवन एसेट मानकर इसमें निवेश कर रहे हैं। फेड की मौद्रिक नीति में ढील की उम्मीदों से भी सोने में निवेश का रुझान बढ़ा है।

बैंक ऑफ अमेरिका का 5000 डॉलर का पूर्वानुमान 🔮

बैंक ऑफ अमेरिका ने 2026 के लिए सोने का लक्ष्य बढ़ाकर 5000 डॉलर प्रति औंस कर दिया है। बैंक का औसत पूर्वानुमान 4400 डॉलर प्रति औंस है। यदि निवेश की मांग में 14% की वृद्धि होती है तो सोना 5000 डॉलर तक पहुंच सकता है।

सोसाइटी जेनेरल भी 2026 में सोने के 5000 डॉलर तक पहुंचने का अनुमान लगा रहा है। हालांकि विशेषज्ञ निकट अवधि में कीमतों में सुधार की संभावना के बारे में चेतावनी भी दे रहे हैं।

दिवाली सीजन में खरीदारी का ट्रेंड 🪔

बढ़ती कीमतों के बावजूद दिवाली के त्योहारी सीजन में सोने की खरीदारी जारी है। हालांकि महंगाई के कारण लोगों की खरीदारी के तरीकों में बदलाव आया है। भारी गहनों की बजाय लोग अब 2 से 5 ग्राम के छोटे सोने के सिक्के या बार खरीदने को प्राथमिकता दे रहे हैं क्योंकि इनमें कोई मेकिंग चार्ज नहीं लगता।

गहनों की खरीदारी में 27% तक की गिरावट की उम्मीद है लेकिन निवेश के रूप में सोने की मांग बनी हुई है। लोग समझ रहे हैं कि आगे कीमतें और बढ़ सकती हैं इसलिए वे अभी खरीदारी करना बेहतर समझ रहे हैं।

वैश्विक अनिश्चितता और भविष्य की संभावनाएं 🌍

सोने की इस तेजी के पीछे कई वैश्विक कारक जिम्मेदार हैं। अमेरिकी सरकार का 13 दिन का शटडाउन, राजनीतिक अनिश्चितता और आर्थिक चुनौतियां निवेशकों को हार्ड एसेट्स की ओर धकेल रही हैं। भू-राजनीतिक तनाव और मुद्रास्फीति की चिंताएं भी सोने की मांग बढ़ा रही हैं।

फिलाडेल्फिया फेड की प्रमुख अन्ना पॉलसन ने श्रम बाजार में बढ़ते जोखिमों का उल्लेख किया है जो अतिरिक्त दर कटौती के पक्ष में तर्क को मजबूत बनाता है। जब तक राजनीतिक और व्यापारिक अनिश्चितताएं बनी रहती हैं तब तक सोने की स्थिति मजबूत रहने की संभावना है।

निष्कर्ष 📝

वर्तमान परिस्थितियों में सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊँचाई पर हैं और विशेषज्ञों का मानना है कि यह रुझान जारी रह सकता है। Fed की दर कटौती की उम्मीदें, US-China व्यापार तनाव, केंद्रीय बैंकों की खरीदारी और निवेशकों की सुरक्षित निवेश की तलाश सभी मिलकर सोने की कीमतों को और ऊपर ले जा सकते हैं। हालांकि निकट अवधि में कुछ सुधार की संभावना है, लेकिन लंबी अवधि में सोने का आउटलुक मजबूत नजर आ रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *