रिलायंस इंडस्ट्रीज़ Q2 रिजल्ट्स: रिकॉर्ड मुनाफ़े से निवेशकों में उत्साह 🌟
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया। कंपनी का समेकित शुद्ध मुनाफ़ा साल-दर-साल 10% बढ़कर 18,165 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है। रिलायंस के Q2 रिजल्ट्स ने बाज़ार में नई ऊर्जा भरी, क्योंकि कंपनी ने अपने सभी प्रमुख कारोबारी खंडों में मज़बूत वृद्धि दर्ज की।
रिलायंस तिमाही रिपोर्ट: राजस्व और लाभ में उछाल 📈
रिलायंस की तिमाही रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही में कंपनी का समेकित राजस्व 10% बढ़कर 2,83,548 करोड़ रुपये रहा। यह वृद्धि मुख्य रूप से उपभोक्ता व्यवसायों—रिलायंस रिटेल और डिजिटल सेवाओं (जियो)—के बेहतरीन योगदान से हुई। कंपनी का ईबिटडा (परिचालन लाभ) 14.6% की जोरदार बढ़ोतरी के साथ 50,367 करोड़ रुपये तक पहुंचा। इस शानदार प्रदर्शन ने रिलायंस की विविध कारोबारी रणनीति की ताकत को साबित किया।
जियो का शानदार प्रदर्शन: डिजिटल क्षेत्र में अग्रणी 🚀
रिलायंस जियो ने Q2 में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। जियो प्लेटफॉर्म्स का शुद्ध मुनाफ़ा 12.8% बढ़कर 7,379 करोड़ रुपये हो गया, जबकि राजस्व 14.9% बढ़कर 42,652 करोड़ रुपये तक पहुंचा। यह वृद्धि सब्सक्राइबर बेस के विस्तार और औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (एआरपीयू) में 8.4% की वृद्धि के कारण हुई, जो अब 211.40 रुपये है। जियो के कुल सब्सक्राइबर 50.64 करोड़ तक पहुंच गए, जिनमें 23.4 करोड़ 5जी ग्राहक हैं। जियोएयरफाइबर ने भी 95 लाख ग्राहकों के साथ वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत स्थिति बनाई।
रिलायंस रिटेल: त्योहारी मांग ने बढ़ाया राजस्व 🛍️
रिलायंस रिटेल ने भी इस तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया। रिटेल बिज़नेस का राजस्व 18% बढ़कर 90,018 करोड़ रुपये हो गया। ग्रॉसरी में 23%, फैशन और लाइफस्टाइल में 22%, और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स में 18% की वृद्धि देखी गई। त्योहारी मांग और जीएसटी दरों में कमी ने इस वृद्धि को बल दिया। रिटेल का ईबिटडा 16.5% बढ़कर 6,816 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने 412 नए स्टोर खोले, जिससे कुल स्टोर की संख्या 19,821 हो गई। रिलायंस रिटेल का रजिस्टर्ड ग्राहक आधार अब 36.90 करोड़ है।
ऑयल टू केमिकल्स (O2C): स्थिर वृद्धि ⛽
रिलायंस के ऑयल टू केमिकल्स (O2C) व्यवसाय ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। O2C का राजस्व 3.2% बढ़कर 1,60,558 करोड़ रुपये रहा, जबकि ईबिटडा में 20.9% की वृद्धि के साथ 15,008 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। परिवहन ईंधन मार्जिन में सुधार और पॉलिमर मार्जिन में बढ़ोतरी इस वृद्धि के प्रमुख कारण रहे। कंपनी ने 20.8 मिलियन टन का रिकॉर्ड त्रैमासिक थ्रूपुट हासिल किया, जो 3% की वृद्धि दर्शाता है। जियो-बीपी ईंधन खुदरा नेटवर्क ने 236 नए आउटलेट जोड़े, जिससे कुल आउटलेट 2,057 हो गए।
तिमाही-दर-तिमाही मुनाफ़े में कमी: कारण 📉
रिलायंस का शुद्ध मुनाफ़ा तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 33% गिरकर 18,165 करोड़ रुपये रहा, जो पहली तिमाही के 26,994 करोड़ रुपये से कम है। इसका मुख्य कारण पहली तिमाही में एशियन पेंट्स की हिस्सेदारी बिक्री से 8,924 करोड़ रुपये की असाधारण आय थी। इसके अलावा, तेल की कीमतों में गिरावट के कारण इन्वेंटरी लॉस दोगुना होकर 8,421 करोड़ रुपये हो गया।
जियोस्टार: मीडिया व्यवसाय में उछाल 📺
रिलायंस का मीडिया व्यवसाय जियोस्टार ने भी इस तिमाही में रिकॉर्ड प्रदर्शन किया। जियोस्टार का राजस्व 7,232 करोड़ रुपये, ईबिटडा 1,738 करोड़ रुपये, और शुद्ध लाभ 1,322 करोड़ रुपये रहा। जियोहॉटस्टार पर औसत मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता 40 करोड़ तक पहुंच गए, जो इसकी बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।
पूंजीगत व्यय और वित्तीय स्थिति 💰
रिलायंस ने भविष्य के विकास के लिए 40,010 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया, जिसमें O2C विस्तार, जियो नेटवर्क, रिटेल फुटप्रिंट, और नई ऊर्जा गीगा फैक्ट्रियों में निवेश शामिल है। कंपनी ने इस निवेश को 40,778 करोड़ रुपये के नकद लाभ से आसानी से कवर किया, जो इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है।
शेयर बाज़ार की प्रतिक्रिया 📊
रिलायंस के शेयरों ने Q2 रिजल्ट्स की घोषणा के बाद सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। 17 अक्टूबर 2025 को शेयर 1.35% बढ़कर 1,416.95 रुपये पर बंद हुए। हालांकि, शुद्ध मुनाफ़ा बाज़ार के अनुमान से थोड़ा कम रहा, फिर भी कंपनी की परिचालन दक्षता और विविध पोर्टफोलियो ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया।
मुकेश अंबानी का बयान 🗣️
मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस के उपभोक्ता व्यवसाय लगातार बढ़ रहे हैं। जियो की नेटवर्क और प्रौद्योगिकी नेतृत्व डिजिटल सेवाओं को मजबूत कर रहा है, जबकि रिटेल व्यवसाय में सभी फॉर्मेट्स में उच्च वॉल्यूम देखा गया। जीएसटी व्यवस्था में हालिया सुधार उपभोग-आधारित वृद्धि को और बढ़ाएंगे।
विश्लेषकों की राय 🔍
विश्लेषकों का मानना है कि रिलायंस के O2C व्यवसाय में सुधार की उम्मीद है, हालांकि अगली कुछ तिमाहियों में नरमी रह सकती है। वैश्विक पेट्रोकेमिकल बाज़ार में अतिरिक्त आपूर्ति और चीन व भारत में कमज़ोर मांग ने मार्जिन पर दबाव डाला। हालांकि, रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार और घरेलू ईंधन रिटेलिंग में वॉल्यूम वृद्धि ने इस कमज़ोरी को संतुलित किया।
भविष्य की योजनाएं और निष्कर्ष 🛠️
रिलायंस रिटेल की योजना टियर 2 और टियर 3 शहरों में विस्तार करने की है। कंपनी ने रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के लिए अगले पांच वर्षों में 1 लाख करोड़ रुपये के राजस्व का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा, खाद्य पार्कों के विकास में अगले तीन वर्षों में 40,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा। जियो प्लेटफॉर्म्स ने भारत के डिजिटल परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अब वैश्विक स्तर पर अपनी तकनीक ले जाने की तैयारी कर रहा है।
रिलायंस का शुद्ध ऋण तिमाही के अंत में 1,18,545 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले तिमाही से थोड़ा बढ़ा। फिर भी, मजबूत नकदी प्रवाह स्थिति कंपनी को भविष्य के निवेश के लिए सक्षम बनाती है। रिलायंस की Q2 अर्निंग्स से साफ है कि इसकी विविध रणनीति विभिन्न खंडों की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ❓
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ Q2 रिजल्ट्स में शुद्ध मुनाफ़ा कितना रहा?
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का Q2 में समेकित शुद्ध मुनाफ़ा साल-दर-साल 10% बढ़कर 18,165 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 16,563 करोड़ रुपये था।
रिलायंस Q2 अर्निंग्स में जियो का प्रदर्शन कैसा रहा?
रिलायंस जियो का शुद्ध मुनाफ़ा 12.8% बढ़कर 7,379 करोड़ रुपये हो गया। एआरपीयू 8.4% बढ़कर 211.40 रुपये और सब्सक्राइबर बेस 50.64 करोड़ तक पहुंच गया।
रिलायंस रिटेल का Q2 में राजस्व कितना रहा?
रिलायंस रिटेल का राजस्व 18% बढ़कर 90,018 करोड़ रुपये हो गया, जिसमें ग्रॉसरी, फैशन, और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स में मजबूत वृद्धि देखी गई।
RIL रिजल्ट्स में O2C व्यवसाय का योगदान क्या रहा?
O2C का राजस्व 3.2% बढ़कर 1,60,558 करोड़ रुपये रहा, और ईबिटडा में 20.9% की वृद्धि हुई, जो परिवहन ईंधन मार्जिन में सुधार से प्रेरित थी।
रिलायंस मुनाफ़ा में तिमाही-दर-तिमाही गिरावट क्यों आई?
शुद्ध मुनाफ़ा 33% गिरकर 18,165 करोड़ रुपये रहा, क्योंकि पहली तिमाही में एशियन पेंट्स की हिस्सेदारी बिक्री से 8,924 करोड़ रुपये की असाधारण आय थी।
