चीन AI अपनाना दोगुना

चीन AI अपनाना दोगुना — 6 महीनों में 515 मिलियन यूज़र

चीन में जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अपनाने की दर दिसंबर 2024 से जून 2025 के छह महीनों में दोगुना होकर 515 मिलियन तक पहुंच गई। यह वृद्धि चीन को वैश्विक एआई मंच पर एक महत्वपूर्ण शक्ति बनाती है। (सूत्र: https://www.artificialintelligence-news.com/news/china-ai-adoption-doubles-515-million-users/)

तेज़ वृद्धि के पीछे क्या है?

रिपोर्ट में इसे ‘उन्नत इंफ्रास्ट्रक्चर और राज्य-स्तरीय प्रोत्साहन’ से जोड़ा गया है। सरकारी नीतियाँ, बड़े क्लाउड और कम्प्यूटिंग संसाधन, तथा घरेलू कंपनियों के तेज़ मॉडल-विकास ने प्रयोग और व्यावहारिक उपयोग को बढ़ाया है।

यूज़र प्रोफ़ाइल: युवा और पढ़े-लिखे

CNNIC के सर्वे में 30,000 लोगों को शामिल किया गया। 74.6% यूज़र्स 40 साल से कम उम्र के हैं और 37.5% उच्च शिक्षा प्राप्त हैं—यह दिखाता है कि युवा और शिक्षित आबादी AI को सबसे ज़्यादा अपना रही है। शहरी क्षेत्रों में अपनाने की दर ग्रामीणों से अधिक है, लेकिन मोबाइल-पहुँच से ग्रामीण उपयोग भी बढ़ रहा है।

घरेलू मॉडल का दबदबा

रिपोर्ट के अनुसार 90% से अधिक उत्तरदाताओं ने घरेलू AI मॉडल को प्राथमिकता दी। OpenAI और Google DeepMind जैसे अमेरिकी मॉडल चीन में व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं हैं, इसलिए DeepSeek, Alibaba Cloud का Qwen और ByteDance का Doubao जैसे घरेलू प्लेटफॉर्म लोकप्रिय हुए।

उद्योगों में उपयोग — कहाँ दिखाई दे रहा असर?

स्वास्थ्य सेवा, वित्त, ई-कॉमर्स, विनिर्माण और शिक्षा में AI के उपयोग में तेज़ी आई है। मेडिकल इमेजिंग, रिस्क-मॉडलिंग, पर्सनलाइज़्ड लर्निंग और Predictive Maintenance कुछ प्रमुख उपयोग के क्षेत्र हैं जो समय और लागत बचा रहे हैं।

वैश्विक परिप्रेक्ष्य में चीन

माइक्रोसॉफ्ट के एक अध्ययन के मुताबिक जून 2024 तक चीन का अनुमानित AI यूज़र बेस 195 मिलियन से अधिक था। DeepSeek के R1 मॉडल के लॉन्च के बाद अपनाने की दर में और तेज़ी आई और छह महीनों में यह संख्या दोगुनी हो गई। अमेरिका की अपनाने की दर लगभग 25% के आसपास बनी हुई है।

नवाचार और पेटेंट नेतृत्व

CNNIC के मुताबिक अप्रैल 2025 तक चीन ने 1.576 मिलियन से ज़्यादा AI-संबंधित पेटेंट आवेदन किए—वैश्विक कुल का 38.58%। यह संकेत है कि चीन R&D और बुनियादी तकनीक के स्तर पर भी सक्रिय है, जिससे हार्डवेयर और चिप-डिजाइन जैसे क्षेत्रों में क्षमता बन सकती है।

नीति और ‘AI प्लस’ पहल

बीजिंग की ‘AI Plus’ नीति ने AI के व्यापक समावेशन को प्राथमिकता दी है और स्व-निर्भरता को बढ़ावा दिया है। नीतिगत समर्थन और सार्वजनिक-निजी साझेदारी से घरेलू कंपनियों को प्रतिस्पर्धी समाधान विकसित करने में मदद मिली है। CNNIC के उप-निदेशक झांग ज़ियाओ ने खुला-स्रोत AI, एम्बॉडीड इंटेलिजेंस और AI गवर्नेंस में आगे की उम्मीदें व्यक्त की हैं।

चुनौतियाँ और स्थिरता-प्रश्न

बढ़ती संख्या के साथ डेटा-गोपनीयता, मॉडल-बायस, नियमन और सुरक्षा जोखिम जैसे मुद्दे भी अहम होंगे। घरेलू प्लेटफॉर्म्स को विश्वसनीयता और पारदर्शिता दिखानी होगी ताकि उपयोगकर्ता-भरोसा बना रहे।

वैश्विक प्रभाव और अवसर

चीन की छलांग से बहुराष्ट्रीय कंपनियों के सामने रणनीतिक विकल्प आएंगे—स्थानीय साझेदारी या दोहरी उत्पाद रणनीति। दूसरी ओर, चीनी मॉडलों का विदेशी बाजारों में विस्तार और भाषा-स्थानीयकरण से नए व्यापार-अवसर बन सकते हैं। यह वैश्विक एआई परिदृश्य को और अधिक प्रतिस्पर्धी बना देगा।

भारत के लिए संकेत

यह विकास भारत समेत अन्य देशों के लिए सीख का मौका है। नीति-निर्माताओं और उद्योगों को निवेश, कौशल-विकास और निगरानी-ढाँचे पर ध्यान देना होगा ताकि स्थानीय स्टार्टअप और शोध-प्रतिभा फलों की तरह बढ़ें और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में हिस्सेदार बनें।

निष्कर्ष

2025 के पहले हिस्से में चीन का AI अपनाना न केवल संख्या में तेज़ी दर्शाता है बल्कि तकनीकी, नीतिगत और व्यावसायिक स्तर पर भी गहरे प्रभाव की सम्भावना दिखाता है। आने वाले महीनों में यह देखना होगा कि उपयोग, नवाचार और गवर्नेंस के संकेतक कितनी टिकाऊ वृद्धि की ओर इशारा करते हैं। (अधिक: https://www.artificialintelligence-news.com/news/china-ai-adoption-doubles-515-million-users/)

यह परिवर्तन तकनीकी व सामाजिक प्रभाव देगा। आने वाले महीनों में इन संकेतों पर नज़र रखें।

FAQs

1. यह रिपोर्ट किसने जारी की और आँकड़े कहाँ से आए?
यह CNNIC (China Internet Network Information Centre) की रिपोर्ट पर आधारित है और 31 प्रांतों से लिए गए 30,000 उत्तरदाताओं के सर्वे को संदर्भित करती है।

2. क्या अमेरिका के मॉडल चीन में पूरी तरह प्रतिबंधित हैं?
कुछ अमेरिकी मॉडल और सेवाएँ चीन में सीमित या ब्लॉक्ड हैं, इसलिए घरेलू विकल्पों की मांग बढ़ी है।

3. 515 मिलियन यूज़र्स का क्या अर्थ है — क्या यह रोज़ाना उपयोग को दर्शाता है?
यह उन लोगों का अनुमानित बेस है जिन्होंने किसी जनरेटिव AI सेवा का उपयोग किया है; रोज़ाना उपयोग की आवृत्ति अलग-अलग हो सकती है।

4. क्या चीन की बढ़ोतरी वैश्विक मानकों को प्रभावित करेगी?
यदि चीन अलग मानक और गवर्नेंस मॉडल अपनाता है तो वैश्विक मानकीकरण और इंटरऑपरेबिलिटी पर असर पड़ सकता है।

5. आम पाठक के लिए क्या मतलब है — हमें क्या देखना चाहिए?
AI अब सिर्फ तकनीकी क्षेत्र का हिस्सा नहीं रहा; यह शिक्षा, काम और रोज़मर्रा की सेवाओं में भी गहराई से प्रवेश कर रहा है। नीति, नवाचार और उपयोग की दिशा निर्धारित करेगी कि यह बदलाव समाज और अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित करेगा।

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