अमेरिका की टैरिफ आमदनी

अमेरिका की टैरिफ आमदनी: चीन से सबसे ज्यादा, भारत भी टॉप 10 में शामिल 🌍

अमेरिकी economy में टैरिफ (सीमा शुल्क) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो सरकारी राजस्व का बड़ा स्रोत हैं। हाल ही में Visual Capitalist की रिपोर्ट “Tariff Revenue by Country for the U.S.” में बताया गया कि 2024 के आयात स्तर और अपडेटेड टैरिफ दरों के आधार पर अमेरिका को सबसे ज्यादा टैरिफ राजस्व किन देशों से प्राप्त होता है। कुल $703.9 बिलियन की काल्पनिक व्यापार आय में चीन $205.2 बिलियन के साथ शीर्ष पर है, जो कुल टैरिफ का लगभग एक-तिहाई है।

चीन से सबसे ज्यादा टैरिफ राजस्व 🇨🇳

चीन से आयात पर 47.3% की व्यापार-भारित टैरिफ दर लागू है, जो अमेरिका के टैरिफ राजस्व का सबसे बड़ा स्रोत है। 2025 में अमेरिका-चीन trade war के कारण चीनी सामानों पर टैरिफ दर 51.1% तक पहुंच गई थी, हालांकि बाद में इसे कम किया गया। यह तनाव दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित कर रहा है।

मेक्सिको और कनाडा का महत्वपूर्ण योगदान 🌎

चीन के बाद मेक्सिको $84.1 बिलियन के साथ दूसरे स्थान पर है। मेक्सिको अमेरिका का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, और 2024 में दोनों देशों के बीच $839.6 बिलियन का व्यापार हुआ। तीसरे स्थान पर कनाडा है, जो $78.8 बिलियन का टैरिफ राजस्व देता है।

भारत भी टॉप 10 में शामिल 🇮🇳

भारत $33.0 बिलियन के टैरिफ राजस्व के साथ पांचवें स्थान पर है। 2024 में भारत से अमेरिका का आयात $87.3 बिलियन रहा, जिसमें 4.5% की वृद्धि हुई। भारत मुख्य रूप से दवाइयां, टेलीकॉम उपकरण, कपड़े, और पेट्रोलियम उत्पाद निर्यात करता है। 2025 में अमेरिका ने भारतीय सामानों, विशेष रूप से कपड़ा, रत्न, आभूषण, चमड़ा, और समुद्री उत्पादों पर 50% तक टैरिफ लगाया, जिससे भारतीय निर्यातकों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

अन्य महत्वपूर्ण देश 🌐

रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया ($27.9B), जापान ($32.3B), वियतनाम ($29.8B), जर्मनी ($29.9B), ताइवान ($17.3B), इटली ($12.9B), थाईलैंड ($12.6B), ब्राजील ($12.5B), स्विट्जरलैंड ($12.2B), और फ्रांस ($9.9B) भी प्रमुख योगदानकर्ता हैं। वियतनाम के साथ हाल ही में हुए व्यापार समझौते ने इसके निर्यात पर टैरिफ दर को 46% से घटाकर 20% कर दिया।

टैरिफ राजस्व में रिकॉर्ड वृद्धि 📈

2025 में अमेरिकी सरकार ने टैरिफ से रिकॉर्ड राजस्व एकत्र किया। जून 2025 तक $165.2 बिलियन का टैरिफ राजस्व प्राप्त हुआ, जो 2024 की समान अवधि से 130.9% अधिक है। यह वृद्धि मुख्य रूप से राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा लागू नए टैरिफों के कारण हुई। व्यापार-भारित टैरिफ दर का मतलब है कि टैरिफ की औसत दर को उत्पाद आयात शेयर के आधार पर भारित किया जाता है, जिससे बड़े व्यापारिक साझेदारों का योगदान अधिक होता है।

ट्रेड-वेटेड टैरिफ रेट क्या है? 📊

ट्रेड-वेटेड टैरिफ रेट एक औसत टैरिफ दर है, जिसे आयातित उत्पादों के मूल्य के आधार पर भारित किया जाता है। यह विधि सुनिश्चित करती है कि बड़े व्यापारिक साझेदारों की टैरिफ दरें अधिक प्रभाव डालती हैं, जिससे व्यापार संबंधों की सटीक तस्वीर मिलती है।

अमेरिका को सबसे ज्यादा टैरिफ राजस्व किस देश से मिलता है? ❓

अमेरिका को सबसे ज्यादा टैरिफ राजस्व चीन से मिलता है, जो $205.2 बिलियन है। यह 47.3% की व्यापार-भारित टैरिफ दर के कारण है, जो कुल टैरिफ आमदनी का लगभग एक-तिहाई हिस्सा बनता है।

भारत अमेरिकी टैरिफ राजस्व में क्या योगदान देता है? 🇮🇳

भारत $33.0 बिलियन के टैरिफ राजस्व के साथ पांचवें स्थान पर है। 2025 में अमेरिका ने भारतीय सामानों पर 50% तक टैरिफ लगाया, जिससे कपड़ा, रत्न, आभूषण, और अन्य उद्योग प्रभावित हो रहे हैं।

ट्रेड-वेटेड टैरिफ रेट क्या होती है? 📈

ट्रेड-वेटेड टैरिफ रेट एक औसत टैरिफ दर है, जिसे आयातित उत्पादों के मूल्य के आधार पर भारित किया जाता है। यह विधि बड़े व्यापारिक साझेदारों की टैरिफ दरों को अधिक महत्व देती है, जिससे व्यापार संबंधों की वास्तविक तस्वीर सामने आती है।

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